मेरा हाथ पकड़े ले ओ बाबा, मेरा हाथ पकड़ ले ओ बाबा.....-2
कही राह भटक ना जाऊ मै, तेरे धाम पे खाटु वाले पैदल चलके आऊ मै,
मेरा हाथ पकड़ ले.....
दीनो के तुम नाथ सावरे, जग के पालन हार हो,
निर्धन को तुम गले लगाते उन से करते प्यार हो.....-2
सब से करते प्यार हो,
मुझे गले लगा ले ओ बाबा, मुझे राह दिखा दे ओ बाबा,
कही राह भुल ना जाऊ मै, तेरे धाम पे खाटु वाले पैदल चलके आऊ मै,
मेरा हाथ पकड़ ले......
हारे का सहारा हो तुम, सब ने ये ही बताया है,
मैने जग से हार कर, तेरा ध्यान लगाया है....-2
तेरा ध्यान लगाया है,
मुझे जिते दिला दे ओ बाबा, मुझे जीना सीखा दे ओ बाबा,
कही हार के गिर ना जाऊ मै, तेरे धाम पे खाटु वाले पैदल चलके आऊ मै,
मेरा हाथ पकड़ ले......
कहता "सुन्दरलाल" तेरा ऊपकार नही बीसराउगा,
हर ग्यारस को साँवरिया तेरे धाम पे चलके आऊ गा....-2
तेरे धाम पे चलके आऊ गा,
थोडी दिल मे जगा दे ओ बाबा, मुझे अपना बनाले ओ बाबा,
तुझे छोड़ अब कहा जाऊ मैं, तेरे धाम पे खाटु वाले पैदल चलके आऊ मै,
मेरा हाथ पकड़े ले ओ बाबा, मेरा हाथ पकड़ ले ओ बाबा,
कही राह भटक ना जाऊ मै, तेरे धाम पे खाटु वाले पैदल चलके आऊ मै,
मेरा हाथ पकड़ ले.....