राधा गोरी गोरी,बरसाने की छोरी
मोहे कारो कनुआ कह गई
मैया गोरी बाबा गोरी गोर है सब ग्वाला,
गोरे गोरे सब ब्रिजवासी, गोरी ब्रिज की बाला,
मोहे कारो कनुआ कह गई,राधा गोरी गोरी
कारो कारो मत कह राधे कारो जगत उजारो,
सात वर्ष के कारण देखो नक् पे गिरिवर धारो,
नैनं में अंजन बेह गई राधा गोरी गोरी,
एक दीनार रानी मोपे तृषि नजर चलाई,
निरितय सिखने राधा आई मुंदरी मैंने चुराई,
पा मन की पायल ले गई राधा गोरी गोरी
मंगला वछडा गोरे गोरे श्यामा गैया काली,
कारी कारी कामार गोरी दुमर प्यारी नवल किशोरी,
चरणों को मोहित रह गियो राधा गोरी गोरी