तेरी याद करू फर्याद करू तेरी कब से देखु बात,
मैया जी मेरे दर दे सिर पे हाथ,
तू मेरी मैं तेरा दाती फिर क्यों रखती दुरी,
मन भावे दिल से जावे मेरी सुन ले न तू बात,
मैया जी मेरे दर दे सिर पे हाथ...
मगन राहु मैं तेरी भक्ति में ऐसा दो वरदान,
कुछ ख़ास करो पारखास करो करो किरपा की बरसात,
मैया जी मेरे दर दे सिर पे हाथ......
तेरी बिना मेरा जी न लागे तड़के चांदनी रात,
ना देर करो माँ मेहर करो करो सब बातो के ठाट,
मैया जी मेरे दर दे सिर पे हाथ......
हरिओम पराशर तेरी शरण में तुझपे है विशवाश,
माँ ज्ञान दियो वरदान दियो मेरा आप निभादे साथ,
मैया जी मेरे दर दे सिर पे हाथ......