बिगड़ी मेरी बना दे एह शेरोवाली मैया
अपना मुझे बना लो
बिगड़ी मेरी बना दे एह शेरोवाली मैया
दर्शन को मेरी अखियाँ कब से तरस रही है,
पावन के जैसे धर धर अखियाँ बरस रही है,
बिगड़ी मेरी बना दे एह शेरोवाली मैया
आते है तेरे दर पे दुनिया के नर नारी
सुनती हो सबकी विनती मेरी मैया शेरावाली
बिगड़ी मेरी बना दे एह शेरोवाली मैया