ये किसका प्यार महका, ये किसका प्यार महका,
मेरी मुरली बोले कुहुक-कुहुक, ये किसका प्यार महका,
ये किसने तान छेड़ी, ये किसने तान छेड़ी,
तन मेरा, जाये लचक-लचक, किसने तान छेड़ी,
तेरी मुरली में है जादू, सुन हो गई मैं दीवानी ॥
तान तेरी कर देगी, मुझे बेसुध, मैं ये जानी,
जिया मेरा, जाये मचल-मचल, किसने तान छेड़ी,
ये किसका प्यार महका,
मेरी मुरली बोले कुहुक-कुहुक, ये किसका प्यार महका,
मेरी श्यामा, तूँ दीवानी, हुई कैसे मैं क्या जानूँ,॥
मेरी मुरली, में है जादू, बात तेरी मैं न मानूँ,
तेरी पायल बोले झनक-झनक, किसका प्यार महका,
ये किसने तान छेड़ी,
तन मेरा, जाये लचक-लचक, किसने तान छेड़ी,
मेरे कान्हाँ, मैं हूँ तेरी, तूँ है मेरा, जग जाने,॥
मेरी श्यामा, तूँ है मेरी, मेरा जिया, यही मानें,
श्याम-श्यामा, नहीं बिलग-बिलग, किसका प्यार महका,
ये किसने तान छेड़ी,
तन मेरा, जाये लचक-लचक,
किसका प्यार महका,
मेरी मुरली बोले कुहुक-कुहुक, किसका प्यार महका,
(गीत रचना- अशोक कुमार खरे)