मैं हु दीवाना साई तेरा,
करता हु तेरी बंदगी लगती है दर पे हज़ारी,
साई जमाना साई तेरा,
मैं हु दीवाना साई तेरा,
दुःख लेके सुख देता है दर पे जो भी आता है,
शिरडी के साई को जो दिल से मनाता है,
लाज बचाता साई मेरा साथ निभाता साई मेरा,
करता हु तेरी बंदगी लगती है दर पे हज़ारी,
सारा ज़माना साई तेरा
मैं हु दीवाना साई तेरा,
मेरे पास कुछ भी नहीं था जो दिया है तुमने दिया है,
दर्द में जो तुमको पुकारे चमत्कार तुमने किया है,
संग रहता है साई मेरा साथ चलता है साई मेरा,
करता हु तेरी बंदगी लगती है दर पे हज़ारी,
सारा ज़माना साई तेरा
मैं हु दीवाना साई तेरा,
एक तेरी उहदी से साई कितने रोग मीट जाते है,
अन्धकार छट जाता है दर पे तेरे जो आते है,
खुशिया लाता साई मेरा जीवन महकता साई मेरा,
करता हु तेरी बंदगी लगती है दर पे हज़ारी,
सारा ज़माना साई तेरा
मैं हु दीवाना साई तेरा,