फूलो से है सजा हुआ दरबार आपका,
आँखों में समां गया सिंगार आपका,
चंपा चमेली जूही गुलाब गेंदा महक रहे,
हर कोई आज कर रहा दीदार आप का,
फूलो से है सजा हुआ .......
संकीर्तन की रात है भजनो की धूम है,
भजनो में रमा हु परिवार आपका,
फूलो से है सजा हुआ दरबार आपका,
है भाग्येशाली भक्त जो तुम को रिजा रहे,
सोमये के साथ साथ सब मस्ती में गए रहे,
नौकर है लेहरी सँवारे सरकार आप का
फूलो से है सजा हुआ दरबार आपका,