ओ सुनले बाबा श्याम मेरा एक बना दे काम,
छोरी का कर दो व्याह पोता का रखदो नाम,
देख मेरी बात जो तू ठुकरावे गो,
भगता के बीच में एह श्यामधणी सरकार झूठा पड़ जावैगो,
ओ सुनले बाबा श्याम मेरा एक बना दे काम,
बन जिसकी होगी छोरी जाने से सब काम,
तेरी किरपा से होगा छोरे का सेट काम,
लोगा के व्याह में जाओ मन ललचावे से,
बाजे गी कब शहनाई सोच गबरावे से,
सुन ले ओ श्याम अब तो जावे से प्राण,
उम्र भर यु तू मुझको तडपावेगो,
भगता के बीच में एह श्यामधणी सरकार झूठा पड़ जावैगो,
ओ सुनले बाबा श्याम मेरा एक बना दे काम,
घर में बैठी है बेटी मन मेरो परेशान,
रिश्ता घना ही आवे पर मांगे है दान,
ग्यारस है बाबा तेरी इतना सो वर दे,
जल्दी से व्याह दे बेटी चिंता मेरी हर ले,
जड़ वादे वाण बाबा लाओ निशान बाबा,
आस मेरी आज तू ठुकरावे गो,
भगता के बीच में एह श्यामधणी सरकार झूठा पड़ जावैगो,
ओ सुनले बाबा श्याम मेरा एक बना दे काम,
हारे का बना सहारा नीले वाला बारस के दिन दुखयारी माँ को बन गया काम,
एसो दयालु बाबा पूरी करे आस है,
सब की भरे झोली सुने फर्याद है,
भगता रो मान बाबा भगता ऋ शान,
श्याम धनि के चरणों में जो जुक जावे गो,
कहे गाँधी आज मेरे बाबा से सब कुछ पावे गो,
भगता के बीच में एह श्यामधणी सरकार झूठा पड़ जावैगो,
ओ सुनले बाबा काम मेरा एक बना दे काम,