मेरे मोहन बदल के नाम आ गये शिरडी में,
श्याम सुंदर बने साईं राम आ गए शिरडी में,
मोर मुकट बेजंती माला ले आये राधे को नंदलाला,
शिरडी की माटी एसी बाई लेके यशोदा माँ से बिदाई,
छोड़ के देखो सारा ब्रिज धाम,आ गये शिरडी में
मेरे मोहन बदल के नाम आ गये शिरडी में,
कांधे पे झोली लटकाली,
बंसी बड़ी कर छड़ी बनाली,
माखन छोड़ा चिलम उठा ली,
शिरडी में द्वारका मई वसा ली,
अपने भक्तो के पूर्ण करने काम,आ गये शिरडी में
मेरे मोहन बदल के नाम आ गये शिरडी में,
गीता का है वचन निभाया बाबा श्याम साईं बन आया,
प्रेम का सबको पाठ पढाया,
सबका मैल्क एक बताया,
त्याग कर महलो के सुख आराम,आ गये शिरडी में
मेरे मोहन बदल के नाम आ गये शिरडी में,