साई मुझको तू अपना बना ले नसीब मेरे जग जायेगे,
अपने चरणों में मुझको भुला ले,
नसीब मेरे जग जायेगे.......
साई है रेहमत का खजाना तुझको पुकारे सारा ज़माना,
अपने दामन में मुझको छुपा ले नसीब मेरे जग जायेगे,
बीच भवर में मेरी नैया तू ही मेरे साई की भईया,
मेरी दुभा से कश्ती बचा ले नसीब मेरे जग जायेगे,
तुम पे जाऊ मैं बलिहारी तुमने किस्मत सब की सवारी,
मेरे साई तू मुझको निभा दे नसीब मेरे जग जायेगे,
तेरे दर से मेरा गुजारा मुझको मिला अब तेरा सहारा,
कौन तेरे सिवा अब संभाले नसीब मेरे जग जायेगे,