मेहंदीपुर के बाला जी मैं तेरे दर पे आउगा,
आके तेरे मंदिर में मैं तेरे दर्शन पाउगा मैं मेहंदीपुर में आउगा,
बड़ी दिन की मन में आ रही मैं भी दर्शन पाउ,
आके तेरे चरना में बालाजी शीश झुकाउ मैं,
तेरे नाम का बनवा रखाया लाल लंगोटा लाऊगा,
मैं मेहंदीपुर आउगा..
जबसे तेरा ध्यान धरया महरे हो गए मन के चाहे हो,
लेके तेरे नाम बजरंग ओ पहले नहीं समाये,
तेरे मंदिर की चोटी ऊपर मैं ध्वजा फेराउगा,
मेहंदीपुर मैं आउगा.....
तेरे कई नाम बताये बजरंग बाला हनुमाना,
दुनिया तेरी वडाई गावे कहते है सच्चा दावा,
दुनिया में सब भक्त आगे तेरे नाम गिनाऊगा,
मैं मेहंदीपुर में आउगा......
अशोक सिंह ने अब ते बुलाले तेरे दर्शन की लगन लगी,
सुनके उसके भजना ने सारी दुनिया मगन लगी,
शुबे शाम ओ बजरंग बाला तेरे भजन बनाऊगा,
मैं मेहंदीपुर में आउगा......