माना मुश्किल बहुत बड़ी पर डरने की क्या बात है,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है,
माना रात अँधेरी है लेकिन ये भी कट जाएगी,
नाम सुमिर ले श्याम प्रभु का ये आंधी गम की थम जाएगी,
कैसी चिंता अपने सर पे श्याम धनि का हाथ है ,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है ,
दुश्मन चाहे हाथ लगाये आखिर में पछतायेगा,
श्याम भक्त का सत्रु जग में दर दर ठोकर खायेगा,
श्याम कृपा से हर दिन होली दिवाली हर रात है,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है,
चिंता सारी इस्पे छोड़ो येही पर लगाये लगा,
हारे का साथी ये सूरज सारे कष्ट मिटाएगा,
नियम पुराण हर सुबह के पहले काली रात है,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है,