देखो लीले पे होके सवार मेरे सरकार आये है
हुई कुटियाँ मेरी गुलजार मेरे सरकार आये है,
हाथो में मोर छड़ी काँधे तीन वान,
हाथो से आये बाबा करने कल्याण,
करि अर्जी मेरी स्वीकार,मेरे सरकार आये है,
देखो लीले पे होके सवार मेरे सरकार आये है
हुई कुटियाँ मेरी गुलजार मेरे सरकार आये है,
जैसे ही पाँव रखा सँवारे ने अंदर,
खुशबू से सँवारे की महक उठा घर,
झूमा खुशियों से मेरा संसार,मेरे सरकार आये है,
देखो लीले पे होके सवार मेरे सरकार आये है
हुई कुटियाँ मेरी गुलजार मेरे सरकार आये है,
बरसो से इन्तजार था जिनका सच हुआ ख्याब आज मेरे दिल का,
कहा कुंदन ने करके दीदार मेरे सरकार आये है,
देखो लीले पे होके सवार मेरे सरकार आये है
हुई कुटियाँ मेरी गुलजार मेरे सरकार आये है,