द्वारिका माई मस्जिद कर दी मंदिर कर दियां काबा,
अजब निराले खेल तिहारे ओ मेरे साई बाबा,
साई बाबा साई बाबा,
घनी अंदरि रातो में पानी से दीप जलाये,
बरसो के बिछड़ो को साई बाबा देहि मिलाये,
साई बाबा साई बाबा,
जितने भी गमो के साये तुझको घेरे बंदे,
सोच फ़िक्र अब छोड़ के आजा साई शरण तू लेले ,
साई बाबा साई बाबा,
सब के अमंगल हरने वाले साई मंगल कारी,
हम को शरण में लेलो बाबा चरण कमल बलिहारी,
साई बाबा साई बाबा,