मैनु कमली न चज माये आ गया,
जदो दी तेरे लरह लग गई,
तेरे नाम वाला झोला गल पा लिया,
जदो दी तेरे लरह लग गई,
किसे दा सी हासा मैं ता किसे दा मजाक सी,
रहा दी मैं ख़ाक सिर पौंदी अपने आप सी,
मैं ते जून जोगी हो गई मेरी दातिए माँ,
जदो दी मेरी झड़ लग गई,
मैनु कमली न चज माये आ गया,
जदो दी तेरे लरह लग गई,
तेरे नाम विच मन ऐसा रंगिया कखा तो मैं लख हो गई,
अखा खुलियां जदो सी मैं तकियाँ रेहमता दी छत हो गई,
मैनु वसदी न देख मेरी दातिए काइयाँ दे दिल तड लग गई,
मैनु कमली न चज माये आ गया,
जदो दी तेरे लरह लग गई,
मेरी बोल चोल सब बदली बदलियां रंग ढंग आ,
तेरे प्यार विच नचदी दे गौंदी लोका भाने चढ़ी भंग ए,
इसा जादू किता सोढ़ी भगत ते बोलने सिर चढ़ लगदी,
मैनु कमली न चज माये आ गया,
जदो दी तेरे लरह लग गई,