हम मतवाले है चले साई के देश,
यहाँ सभी को चैन मिले गा कभी न लागे ठेस,
हम मतवाले है चले साई के देश,
फूल सी धरती बनती जाए एक पिघल ता लावा,
पहन रही है पगली दुनिया अगनि का पहरावा,
जाने अभी ये बंदे तेरे बदले कितने बेश,
हम मतवाले है चले साई के देश....
देखो अपनी हर मुश्किल है आज समस्या उसकी,
चलो चले चरणों में सो कर करे तपस्या उसकी,
इस सपने मे कब मिल जाये प्रेम भरा सन्देश,
हम मतवाले है चले साई के देश.....
हमे न है कुछ फ़िक्र आज की न अंदेशा कल का,
मन का मन का जपते कर लिया मन का भोजा हल्का,
दो दिन बहरूपु दुनिया असल में है प्रदेश,
हम मतवाले है चले साई के देश....