सइयां तेरे बिन
बाबा तेरी याद आई,
हो तेरे बिन नहीं लगदा जी मेरा,
हूँ कोई नहीं यहाँ मेरा ओ रतियाँ जाग के बिताई,
बाबा तेरी याद आई......
टुटा हुआ था भिखरा हुआ था तूने मुझे सवारा बाबा,
तेरे बिन एक पल भी जीना मुझको नहीं गवारा,
तू रूठा है तो रूठा है जग सारा,
बाबा तेरी याद आई,
ये तो नहीं है तू जो नहीं तो सांसे नहीं हमारी,
सांसे है पर इन सांसो में खुशबू नहीं तुम्हारी,
इस ज़िंदगी में आके मेरी सांसो को महकाजा,
बाबा तेरी याद आई,