जोगी तेरे दर की है बातें निराली,
जो भी दर आया झोली भर दे तु खाली,
कुछ ना कहें हम फिर भी तु जाने,
देता तु रहता है किसी भी बहाने ,
हर सुख मिले तेरा बनके सवाली,
जोगी तेरे दर की है.......
चाँद सितारे दर सूरज है झुकता,
तु जो चलाए कभी काम ना रुकता,
मस्त बनाए तेरी गुफा मतवाली,
जोगी तेरे दर की है......
सारा जमाना तेरे दर का भिखारी,
तेरी दया पे टिकी दुनिया ये सारी,
तेरी बलिहार ने भी लगन लगा ली,
जोगी तेरे दर की है.......