मेरे साँवरे सलोने प्यारे-प्यारे ।
तेरे नैना कजरारे कारे-कारे ।
अब मुझे शरण में ले लेना ।।
मेरे हिय के हिंडोले में तू आरे ।
मत प्रेमियों को इतना सता रे ।
अब हृदय सेज में सो लेना ।।
मेरे सर पर कर की छाया, रख देना सदा बनवारी ।
जग के सुख भोग में बहकूँ, तब देना सहारा बिहारी ॥
मुझको तुझसे ये आश, करता रहता विश्वास ।
मुझे अब दुनिया से क्या लेना ।।
मेरे ...
इस जग में पाया धोखा, यहाँ अपना नहीं है कोई ।
तुम ही बस अपने सच्चे, पर माया मुझे भरमाई ॥
तेरी भक्ती जो मिले, माया की कैसे चले ।
मुझे अब भक्ती से भर देना ।।
मेरे ....
जब माना तुझको अपना, क्यों आते न हिय में मुरारी ।
यह पागल कान्त भटकता, जग जंजाल में गिरिधारी ।।
आके गले से लगा, प्रेम हिय में जगा ।
तुझे अब जाने फिर क्यों देना ।।
मेरे..