धाम खाटू जाओगे खाली हाथ ना आओगे,
जो भी तुम चाहो गए मेरे सांवरे से पाओगे,
हारे का सहारा मेरा बाबा काहये,
तीन बाण धारी सबकी बिगड़ी बनाये,
मोर की छड़ी जिसके माथे घुमाये,
आनए भलाये फिर नजर भी ना आये कभी ना सताए,
शयम के गुण गाओगे बैठे मौज मनाओ गए,
जो भी तुम चाहो गए मेरे सांवरे से पाओ गए,
धाम खाटू जाओगे खाली हाथ ना आओगे,
महकाये जो भी इसको सूंदर सजाये,
प्रेम का खजाना लेहरी खूब लुटाये,
भाव का है भूखा जो भी दिल से मनाये,
चैन के उसी के घर में बंसी भजाये मुरली भजाये,
प्रेमी बन कर आओ गे चरणों में रम जाओगे,
जो भी तुम चाहो गे मेरे सांवरे से पाओ गए,
धाम खाटू जाओगे खाली हाथ ना आओगे,