मुझको खाटू में बुला ले दिल लगता नहीं है,
ओ सांवरे तेरी याद आ रही है.....
दुनिया से सुना है तू हारे का सहारा है,
मैं हार गया जग से मैंने तुझको पुकारा है,
तिल तिल करके मुझको सत्ता रही है,
ओ सांवरे तेरी याद आ रही है,
मुझको खाटू में बुला ले दिल लगता नहीं है......
हारा हूँ मैं बाबा मुझे तेरा सहारा है,
जीतूंगा मैं एक दिन विश्वास हमारा है,
पल पल करके सांवरे दिल को रुला रही है,
ओ सांवरे तेरी याद आ रही है,
मुझको खाटू में बुला ले दिल लगता नहीं है......
कब तक रखोगे श्याम चरणों से दूर मुझको,
कहता है संजीव ये खाटू बुला ले मुझको,
मुझको मेरे सांवरिया तेरी यादें रुला रही हैं,
ओ सांवरे तेरी याद आ रही है,
मुझको खाटू में बुला ले दिल लगता नहीं है......