थारी जय हो भोलेनाथ, में वारी जाऊ चरणा में,
जटा बीच में गंगा थारे,
भांग धतुरा पिने वारे,
तुम त्रिलोकी नाथ ,
में वारी जाऊ चरणा में,
प्रर्वत उपर थारा धुना रमता,
डमरू प्यारा डम डम बजता,
तु भक्तों के साथ ,
में वारी जाऊ चरणा में,
माथे उपर चंदा साजे,
नंदी बैल तेरे संग राजे,
गोरा मां है साथ ,
में वारी जाऊ चरणा में
हम सब तेरा ध्यान लगावे,
संदीप कुमार तेरा गुण गावे,
मेरे सर पे रखियो हाथ,
में वारी जाऊ चरणा में
संदीप स्वामी
खिजुरीवास,अलवर(राज०)