भक्तो के साथ हरी दर्शन में,
बड़ा मजा आएगा किर्तन में ,
बेठ जाऊ श्याम जी के चरनन में,
बड़ा मजा आएगा कीर्तन में,
जल्दी चलो देर होने ना पाए,
किस्मत से भक्तो से मिलना हो जाये,
अपने पराये का भेद नही है,
बाबा के भक्तो की पहचान यही है,
प्यार का खजाना श्याम शरणं में,
बड़ा मजा आएगा कीर्तन में,
जब भी शहर में हो कीर्तन तुम्हारे,
रुकना नही जाना सारे के सारे,
प्रेम से बाबा का ध्यान लगना,
जय कार बोल के ताली भजाना,
एसा सुख मिले गा ना जीवन में,
बड़ा मजा आएगा किर्तन मैं
एसी निराली कन्हिया की माया कलयुग में भक्तो के दिल में शाया,
कलयुग है केवल नाम आधार सुमीर सुमीर नर उतर नही पा रहा,
मुक्ति मिले गी पप्पू सुमिरन में,
बड़ा मजा आएगा किर्तन मैं