क्यों बैठा है चुप चाप क्यों बिगड़ गये हालत,
सब कहते है तू देख रहा फिर बिगड़े क्यों हालत
श्याम तेरा परिवार क्यों बिखर गया है आज,
तेरी नजर सब एक है क्या समजू ये राज,
दुनिया में जिसका नाम चले,तू रहता जिनके साथ,
सब कहते है तू देख रहा फिर बिगड़े क्यों हालत
तेरा और ये मेरा बाबा बदले मेरे विचार,
तेरी शत का बसेरा आज मालिक बने हजार,
टूट रही ये माला अब दिन कटे न रात,
सब कहते है तू देख रहा फिर बिगड़े क्यों हालत
तू बता अब कहा पे जाऊ किसको मुख दिखलाऊ,
पूछ रहा संसार दीवाना किस किस को समजाउ,
जुकी शर्म से पलके क्यों छोड़ दियां बाबा हाथ,
सब कहते है तू देख रहा फिर बिगड़े क्यों हालत
लगी नजर ये किसकी बाबा रोती अखियां मेरी,
बिखर गई तेरी मोर छड़ी अब लाज गई तुम्हारी,
साजन हुआ शामा माटी खुशबू रही ना बात,
सब कहते है तू देख रहा फिर बिगड़े क्यों हालत