समशानो में डेरा डालें फिर भी सारे जग को पाले,
खुद पीते पर सब को सम्बाले बम भोले बम बम भोले,
राम जपे रावण जपता ऐसा देव न मिल सकता,
देवो को अमृत है दिया विश का प्याला खुद है पिया,
देव असुर दोनों ही मनाये महिमा शिव भोले की गाये,
कण कण में भोले है समाये,
बम भोले बम बम भोले,
जो कोई कर नहीं सकता चुटकी भजा के ये करता,
सारी श्रिस्ति का चालक अपने भक्तो का पालक,
ब्रह्मा का भी लेख मिटा दे मरे हुए को पल में जिला दे,
फीके है सब इसके आगे,
बम भोले बम भोले.....
भटक रहा तू क्यों दर दर आखिर मंजिल इसका दर,
श्याम कहे शिव का बन जा जीवन मृत्यु से तर या,
एहि सबका संकट टाले जीवन नैया करदे हवाले,
बम भोले बम बम भोले....