सारे जगत में हां एक तू तू ही तुहि,
तू ही तुहि तू ही तुहि,
मेरी डोर तुझसे बाबा तेरे सुमिरन से ऐसी जुडी है,
चाहे जाऊ जिस तरफ भी खुशियां भाहे फैलाये खड़ी है,
मेरे घर में तेरी प्रेम गंगा बही सब है तुझसे मैं था कुछ भी नहीं,
कुछ भी नहीं मेरा तो सब कुछ एक तू,
तू ही तुहि तू ही तुहि,
मेरे भाग के ओ माली फूल खिलते रहे इस चमन में,
तुझे और क्या मैं मांगू करता हु तुझको कोटि नमन मैं,
तू दयालु बड़ा तुझसे कोई नहीं,
सरे संसार में बाबा कोई नहीं,
कोई नहीं कोई नहीं भोला है भोला जोगियां,
तू ही तुहि तू ही तुहि,