मैं तो सांवरिया से मिलने वृन्दावन जाऊ गी,
वृन्दावन जाऊ गी सखी वृद्धावन जाऊ गी,
दुनिया ने है मुझको लुटा सब ने प्यार किया है झूठा,
मेरा दुनिया से दिल टुटा उसकी हो जाऊ गी,
मैं तो सांवरिया से मिलने वृन्दावन जाऊ गी,
उसके रंग में मैं रंग जाऊ घर को लौट को फिर ना आउ,
संग में उसके उम्र बिताऊ पागल हो जाऊ गी,.
मैं तो सांवरिया से मिलने वृन्दावन जाऊ गी,
रखलो पवन की लाज बिहारी तेरी सूरत पे बलिहारी,
दर्शन देदो कृष्ण मुरारी नाच रिजाऊ गी,
मैं तो सांवरिया से मिलने वृन्दावन जाऊ गी,