ब्रज में धूम मजे धीरे धीरे,
श्याम तेरी बंसी बजे धीरे धीरे॥
इत बसे मथुरा उत बसें गोकुल,
बीच में जमुना वहे धीरे धीरे,
श्याम तेरी बंसी बजे धीरे धीरे.....
इत बलदाऊ उत में सुदामा,
बीच में कान्हा चले धीरे धीरे,
श्याम तेरी बंसी बजे धीरे धीरे....
इत में ललिता उत में विशाखा,
बीच में राधा चले धीरे धीरे,
श्याम तेरी बंसी बजे धीरे धीरे....
जब बंसी जमुना में बाजी,
राधा की पायल बजे धीरे धीरे,
श्याम तेरी बंसी बजे धीरे धीरे.....
जब मुरली मधुबन में बाजे,
ग्वालो की टोली चले धीरे धीरे,
श्याम तेरी बंसी बजे धीरे धीरे....
जब मुरली पनघट पर बाजी,
सखियों की पायल बजे धीरे धीरे,
श्याम तेरी बंसी बजे धीरे धीरे....
हम सब आए तेरे दर्श को,
भक्तों को दर्शन देना धीरे धीरे,
श्याम तेरी बंसी बजे धीरे धीरे....