कोई जब नदे साथ थाम ले इनका हाथ,
तुझे गिरने न देगा आके लेगा ये संभाल खाटू का श्याम,
तू आजा श्याम शरण में तू आजा श्याम शरण ....
जब जब भीड़ पड़ी भगतो पर इसने दिए सहारे है,
जब जब नैया भवर में अटकी इसने लगाए किनारे है,
करना इनका विस्वाश ये न करते निराश,
तुझे गिरने न देगा आके लेगा ये संभाल खाटू का श्याम,
तू आजा श्याम शरण में तू आजा श्याम शरण ....
ग़ज गणका गिद्ध आजामिल तर गये कर के भरोसा गिरधर पर,
कर्मा नरसी नानी मीरा जिनका भरोसा था गिरधर,
इनपे कर विश्वाश करते चौरासी के फाँस,
तुझे गिरने न देगा आके लेगा ये संभाल खाटू का श्याम,
तू आजा श्याम शरण में तू आजा श्याम शरण ....
छाये जो जीवन में अँधेरा श्याम उजाला करते है,
अपने भगतो के जीवन में श्याम ही खुशियां भरते है
राजन को है विश्वाश यहाँ टूटे ना आस ,
तुझे गिरने न देगा आके लेगा ये संभाल खाटू का श्याम,
तू आजा श्याम शरण में तू आजा श्याम शरण ....