आया आया मेला भगतो श्याम धनि का,
भीड़ लगी है श्याम के दर पे,
आये श्रद्धालु सब सज धज के,
टोली पहुंची खाटू नगरी मन मगन है सबका,
आया आया मेला भगतो श्याम धनि का,
ग्यारस की ये रात है प्यारी भीड़ झुड़ी है भक्तो की भारी,
सब करेगे बारी बरी दर्शन प्रभु हरी का,
आया आया मेला भगतो श्याम धनि का,
मन की ईशा पूरी करे गा संकट है जो सिर टले गा,
भक्तो के कष्टों को हरेगा झाड़ा मोर छड़ी का,
आया आया मेला भगतो श्याम धनि का,
बाबा का शृंगार हुआ है खाटू में दरबार लगा है,
कौन कौन महक रहा है खाटू की नगरी का,
आया आया मेला भगतो श्याम धनि का,