ओ मोरे बांके बिहारी दिल ले गई तेरी मुरलियाँ,
तूने सरगम जो छेड़ा मेरी छम छम बजी है प्यालियाँ,
उसपे तेरी कातिल नजारियाँ ने मुझको पल में ठग ली,
बङा के बात अपनी जान लेगी क्या राधा पगली,
तेरी मासूम बोली सुरतियाँ मेरे मन को भाती है,
राधा तू आँखों के रस्ते दिल में मेरे बस जाती है,
अरे पुचो न कान्हा या दिल में कितनी राते मैंने जाग ले जग ली,
बना के बात अपनी जान लेगी क्या राधा पगली,
तेरा मेरा जन्मो जन्म का ये अटूट सा नाता है,
राधा जब टू आती है जग में तेरा मोहन भी आता है,
मैंने भी मोहन तेरे नाम से अपनी चुनरियाँ रंग ली,
बना के बात अपनी जान लेगी क्या राधा पगली,
आजा मेरी राधा प्यारी तुझसंग रास रचाऊ रे,
तु मुझमे खो जाए और मैं तुझमे खो जाऊ रे,
पी पी के अनुपम गुण गाये हर दम दुनिया ही तूने हो बदली,
बना के बात अपनी जान लेगी क्या राधा पगली,