श्याम सलोने मुझको दे वर सेवा तुम्हारी करू उम्र भर,
जीवन ये बीते शरण में तेरी छूटे कभी न ये तेरी डगर,
हम भले बुरे सही हम शरण है आप की ,
बस लगी लगन हमे इक तुम्हारे नाम की,
जागा नसीबा मिला है ये दर सेवा तुम्हारी करू उम्र भर,
जीवन ये बीते शरण में तेरी छूटे कभी न ये तेरी डगर,
आप की दया बिना जिंदगी बेकार है,
सुन रहा है तू मेरी ये तो तेरा प्यार है,
प्रेमी की तू करता कदर सेवा तुम्हारी करू उम्र भर,
जीवन ये बीते शरण में तेरी छूटे कभी न ये तेरी डगर,
मिल गई शरण तेरी,ये तेरी सौगात है,
तू हमेशा साथ है सिर पे तेरा हाथ है,
रखना तू सदा दया की नजर,सेवा तुम्हारी करू उम्र भर,
जीवन ये बीते शरण में तेरी छूटे कभी न ये तेरी डगर
आप की लगन मुझे ये असर दिखा रही,
प्रेमियों से आप के नित मुझे मिला रही,
तू ही तू है देखु जिदर सेवा तुम्हारी करू उम्र भर ,