चेत सके तो चेत बावला , कर ले भजन में हेरा है,
इस दुनिया में नहीं कोई तेरा , मत कर मेरा मेरा है,
भूल भरम में फस गयो भान्दू , तूं कहता घर मेरा है,
नही घर तेरा नही घर मेरा , जाय जंगल मे डेरा है,
चेत सके तो चेत .......
जैसे शिर पर सुन्दर माया , पकड़ लिया जुग सारा है,
खावे तो मर जावे बावरा , छोड्या होय अंधेरा है,
चेत सके तो चेत.......
ऊंचा चढ़कर हेला देवो , सुणो गुरुजी का प्यारा है,
जो तरबा कि मोक्ष छावो , चलो गुरां के द्वारा है,
चेत सके तो चेत.....
गगन मण्डल ज्योति जले , तन मन जोत अपारा है,
जेठुपुरी भरम की बातां , देश देश घर न्यारा है ,
चेत सके तो चेत.....
( प्रजापति म्यूजिकल ग्रुप 89479-15979 )