दरबार खाटूवाले का बड़ा प्यारा लागे रे,
बड़ा प्यारा लागे रे बड़ा सोहना लागे रे,
दरबार खाटूवाले का....
शोभा दर की प्यारी लागे दवार सभी है आते,
बाबा के दरबार पे देखो मिल कर ख़ुशी मनाते,
कर ले वंधन दिल से इनकी बढ़ जाए गा सकूं,
दरबार खाटूवाले का...
ख़ास मुराद की ईशा जो भी साथ है अपने लाये,
बाबा उसकी झोली भर दे दुखड़े दूर भगाये,
मांग ले जो भी मांग सके तू बाबा दे भरपूर,
दरबार खाटूवाले का.....
जगा जगा गुणगान तुम्हारा होता है संसार में भक्तो का लगता है मेला सँवारे के दरबार में,
इक बार दिल से कह दे खाटू नरेश की जय,
दरबार खाटूवाले का