चलते फिरते उठते बैठ ते रखता ध्यान मेरा सांवरियां सांवरियां,
तेरी किरपा से सांवरे मेरे मैं खाटू में आता हु,
तेरा सीधी चढ़ मंदिर की जय श्री श्याम ही गाता हु,
दुनिया बदल दी मेरी क्यों न सिमरु नाम तेरा,
सांवरियां सांवरियां....
हर महीने की ग्यारस के दिन ये गिनते रहते है,
कब होगी ये मुलाकात श्याम से पल पल दिन ये कहते है,
हर जन्म में तेरा साथ मिले और गाउ नाम तेरा,
सांवरियां सांवरियां....
जब टूटी मझधार में नैया तू माझी बन आया,
डूबती बेड़ी को तूने ही पल में पार लगाया है,
चलता है से साहनी लेकर हर दम नाम तेरा,
सांवरियां सांवरियां....