संवारे तेरी महफ़िल के चर्चे बड़े,
आप का मुश्कुराना गजब धा गया,
इक तो आंखे तुम्हारी हँसी कम न थी,
उसपे काजल लगना ग़जब ढा गया,
हम तो दीवाने तेरे ही दीवाने है,
होपे तुझपे फ़िदा खुद से बेगाने है,
तेरे दरबार पे मिला है जो हमे,
मस्तियो का ठिकाना गज़ब ढा गया,
संवारे तेरी महफ़िल के चर्चे बड़े....
बात नैनो की नैनो से होने लगी,
है कर्म ये तेरा अपनी किस्मत जगी,
दिल तो हाथो से फिसला तेरे इश्क में,
तुझसे दिल का लगाना गज़ब ढा गया,
संवारे तेरी महफ़िल के चर्चे बड़े....
जान तुझपे नोशावर है ओ संवारे,
तेरी प्रेमी तो पगल है और वन्वारे,
कहता चोखानी जबसे मिला तू हमें,
लागे सब कुछ सुहाना गज़ब ढा गया,
संवारे तेरी महफ़िल के चर्चे बड़े