श्याम ने ऐसी बंसी बजाई की
राधा नाचती आई रे मेरा श्याम दीवाना
श्याम दीवाना मेरा श्याम दीवाना
जब मैं गयी थी यमुना तट पे
मोरी नजर से नजर मिलाई रे मेरा श्याम दीवाना
जब मैं गयी थी पनिया भरण को
मोरी मटकी तोड़ गिराई रे मेरा श्याम दीवाना
जब मैं गयी थी झुला झूलन को
मोहे ऊँची पींग चडाई रे मेरा श्याम दीवाना
जब मैं गयी थी होली खेलन को
भर पिचकारी मारी रे मेरा श्याम दीवाना
जब मैं गयी थी होली खेलन को
भर पिचकारी मारी रे मेरा श्याम दीवाना
श्याम ने जब मेरी पकड़ी कलाई
मेरी चूड़ी तोड़ गिराई रे मेरा श्याम दीवाना
जब मैं गयी थी पूजा करण को
मोहे दर्शन आन दिखायो रे मेरा श्याम दीवाना