नंदलाला कहु या गोपाला कहु,
तुझको कान्हा कहु श्याम क्या मैं कहु,
नंदलाला कहु या गोपाला कहु,
जितने नाम तेरे उतनी लीला तेरी,
मन को मोह लेने वाली लीला तेरी,
मैं तो इतना कहु मैं तो इतना कहु तेरा बन कर रहु,
नंदलाला कहु या गोपाला कहु,
जितने रूप तेरे उतने रंग तेरे,
जितने रंग तेरे उतने ढंग तेरे,
तेरे रंग में रंगु तेरे रंग में रंगु,
तेरा नाम जपु,
नंदलाला कहु या गोपाला कहु,