ज़िंदगी एक अज़ब मोड़ पे आ खड़ी थी,
और तुम आये और तुम आये,
हर ख़ुशी साथ मेरा छोड़ कर जा रही थी,
और तुम आये और तुम आये,
मैं हर कदम दिलबर साथ चलू,
थाम के हाथो में हाथ चलु,
सारी उम्र दामन छोड़ू न,
डोर उमीदो की तोडू न,
याद आके तेरी मुझको तड़पा रही थी,
और तुम आये और तुम आये,
हर ख़ुशी साथ मेरा छोड़ कर जा रही थी,
और तुम आये और तुम आये,