सतगुरु ना जप ले नाल चंगे कर्म कमा ले
वाहेगुरु दा जपले नाम जींद लेखे ला ले,
ना हरजाई दम शुदाई दम दम विच ध्या ले,
वाहेगुरु दा जपले नाम जींद लेखे ला ले,
धन दौलत तू बड़ा कमाया थोड़ा कर्म कमा ले बन्दे,
ना चंगे तेरे कर्मा जाना छड़ दे सारे काले धंदे,
जग ठगा दा मेला यार तू दिल नु समजा ले,
वाहेगुरु दा जपले नाम जींद लेखे ला ले,
जग तो जद तू जावे गा नील हथ तेरे रेहन गे खाली
जाना छड़ सब कुछ एथे ही करदा क्यों तू नियत काली,
सतगुरु नु तू बना साथ बेड़ी पार लगा ले,
वाहेगुरु दा जपले नाम जींद लेखे ला ले,