याहा विराजे शीश का दानी मेरा बाबा श्याम,
दीवाने मुझे ले चल खाटू धाम,
तन मन धन सब इनके अर्पण,
जीवन भी है इनको समपर्ण,
मन मंदिर में छवि निरखु मैं,
इनकी आठो याम ,
दीवाने मुझे ले चल खाटू धाम,
श्याम हमारे भोले भले,
अपने भगतो के रखवाले,
ऐसे देव दयालु के मेरा,
चरणों में परनाम,
दीवाने मुझे ले चल खाटू धाम,
श्याम भरोसा श्याम सहारा,
जीवन नाव का खेवन हारा,
चौकठ पर बस तक लो माथा,
बने गए बिगड़े काम,
दीवाने मुझे ले चल खाटू धाम,
श्याम वर्ण पर कोरे मनके,
दानी है महा भारत राण में
श्याम प्रभु जीवन धन मेरे,
आन बाण और शान,
दीवाने मुझे ले चल खाटू धाम,