कानन कुण्डल कुंचित केसा घर आया गणपति गणेशा,
तेरी पूजा करू हमेशा लड्डूवा दे लै थाल वे,
माँ गोरा के लाल
मुस्से पे सवारी तेरी लगदी प्यारी है,
रिद्धि सीधी तेरी प्रभु सदा हितकारी है,
सब भगतो पे किरपा कर के देवो संकट टाल,
माँ गोरा के लाल...
गोरा माँ दा लाडला ते शिव दा दुलारा है,
सारियां तो पहला तनु पूजे जग सारा है,
लम्बोदर है मंगल कारी गणपति दीं दयाल,
माँ गोरा के लाल ......
हर वेले पंकज तेरा नाम धियोंदा है,
तेरे कोलो मिठियां मुरादा प्रभु पानदा है,
कर्म जीत जगी न वर दो कर दो खुशाल,
माँ गोरा के लाल ...