लग दा नहीं जी मेरा घर बार सोहनिया वे,
हो गई आ मैं मजबूर वे माहियाँ,
वृन्दावन जाना है जरूर माहियाँ,
लग दा नहीं जी मेरा घर बार सोहनिया वे,
श्याम दे ख्याला विच डूभी दिन रेन वे,
भूख प्यास मेरा खोया सुख चैन वे,
मैनु ओहदा चड़ेया सरूर वे माहिया,
वृन्दावन जाना है जरूर माहियाँ,
सास ननं सारे ताने मैनु मारदे,
कर कर गला मेरा तन मन साड दे,
गला बन गइयाँ ने नासूर ने माहियाँ,
वृन्दावन जाना है जरूर माहियाँ,
गल बन दी नहियो यार बिना,
दिल लगदा नहीं दिलदार बिना,
गल बन दी नहियो यार बिना,
तेरी मेरी यह नशावन गति मति एह,
बांके बिहारी मेरा सच्चा प्राणपति है,
नाता सादा जग दस्तूर में माहिया,
वृन्दावन जाना है जरूर माहियाँ,
आखा मधुप मैनु टोक ना वे सोहनिया,
वृद्धावन जानो मैनु रोक ना वे सोहनिया,
होइ ओहदे रंग नुरो नूर वे माहियाँ,
वृन्दावन जाना है जरूर माहियाँ,
लग दा नहीं जी मेरा घर बार सोहनिया वे,
हो गई आ मैं मजबूर वे माहियाँ,
वृन्दावन जाना है जरूर माहियाँ,