ढोली जम के ढोल बजा आज है जगराता,
माँ का दरबार सजा आज है जगराता,
ढोली जम के ढोल बजा आज है जगराता,
बड़े बड़े राजे महाराजे नंगे पैरो चल कर आते,
माँ के आगे झोली जमाना फेलाता,
ढोली जम के ढोल बजा आज है जगराता,
बड़ी किरपालु मेरी मईया,
पार करे भक्तो की नईया,
माँ की चोकठ, पे सब का नसीबा खुल जाता,
ढोली जम के ढोल बजा आज है जगराता
जग राते में जो कोई जागे,
सब कुछ मिले उसे बिने मांगे,
आज एसी धूम मचा,झूम जाए माता,
ढोली जम के ढोल बजा आज है जगराता