काली बनी महाकाल रे रूप धरे विकराल रे,
हाथ में खपर रूप भयंकर चली ग़जब की चाल रे,
काली बनी महाकाल.....
छिटक रहे है लटा माई के महामाई के आंबे माई के,
दुष्ट सिंगारन चली माता काली नैना दिखे लाल लाल रे,
काली बनी महाकाल.....
दानव देताये दलन सब कांपे थर थर कांपे,
हा हां कार मची है रन में रोदर रूप दिख लाये रे,
काली बनी महाकाल.....
देवी देवता है गबराये शिव के दर आये,
महाकाल चरणों के निचे क्रोध को शांत कराये रे,
काली बनी महाकाल.....