सुनले तू ध्यान से होती यहाँ चौंकी माता आती है वही,
स्वागत में माँ के तू ना रखना कमी,
किसी चीज की तू न रखना कमी,
दिल से पुकार ले माँ आये गी यही स्वागत में माँ के तू न रखना कमी,
होती जहाँ चौकी होती.....
बड़े कोमल है होते मियां जी के चरण,
फूल श्रद्धा से करना तू अर्पण,
जब प्यार से माँ तुझको निहारे गई तेरे काम झटफट माँ सवारे गी,
ख़ुशी में तू कही पे तू इतराना नहीं,
स्वागत में माँ के तू ना रखना कमी,
होंगे जिस पल तुझे माँ के दर्शन खिल जायेगा मन तेरा हो के प्रशन,
सिर अपना झुकना लेके भावना हर सिद्ध होगी तेरी मनोकामना,
कन्या को पूजना तू भूलना नहीं,
स्वागत में माँ के तू ना रखना कमी,
चितमन में अजीत तू न रखना,
ध्यान माइयाँ जी का तू लगाए रखना,काट जाता है कष्टों का गेरा,
जब घर में लगा हो माँ का डेरा,भूले से भी कभी माँ को भूलना नहीं,
स्वागत में माँ के तू ना रखना कमी,