मईया मेरी अंबे, बैठी है सिंह चढ़ के, दरबार ब्युटीफूल,
ढोल मंजीरा लेके, भगत कीर्तन गावें, दरबार ब्युटीफूल,
मोको मईया का अंगना, लागे बड़ा ही प्यारा हो,
मईया मेरी अंबे, बैठी है सिंह चढ़ के, दरबार ब्युटीफूल,
मईया मेरी प्यारी, ओढ़े है चुनरी लाली,
सुरतिया निहारुं, जियरा मोरा मोहे, दरबार ब्युटीफूल,
मईया मेरी अंबे, बैठी है सिंह चढ़ के, दरबार ब्युटीफूल,
पूरी दुनिया से अलग है, मईया जी की शान,
भगत करें मिल के, मईया का गुणगान, दरबार ब्युटीफूल,
मईया मेरी अंबे, बैठी है सिंह चढ़ के, दरबार ब्युटीफूल....
लंगुरिया ताली देवे, भैरव जी चुटकी लेवे, दरबार ब्युटीफूल....
मईया मेरी अंबे, बैठी है सिंह चढ़ के, दरबार ब्युटीफूल....
- रचनाकार
अमित अग्रवाल 'मीत'
मो. 9340790112