लगइयाँ रोनका शेरा वाली दे द्वार,
फुला नाल सजाया है महारानी दा दरबार,
लगी किनारी लाल है चोला माथे माँ के तिलक विराजे,
मैया मेरी लगदी प्यारी होक शेरसवार,
लगइयाँ रोनका शेरा वाली दे द्वार,
दुरो दुरो संगता आइए दे दर्शन इक वार,
माँ दे दर ते अज्ज़ब नजारे गूंजे जय जय कार,
लगइयाँ रोनका शेरा वाली दे द्वार,
दीपक बादशाह पुरिया कहंदा झंडेवाली दा नाम जो लेंदा,
जीवन दा हर सुख पा लेंदा हो जांदा मालो माल,
लगइयाँ रोनका शेरा वाली दे द्वार,