सांवरिया से मिलने हम खाटू जी जायेगे,
ग्यारस तो आने दो,
भगतो की देखो कतारे आये निशान लेके सारे,
रींगस से पैदल चल कर आते है ये भक्त प्यारे,
आया कोई दिल्ली से कोई कलकाता से कोई गुजरात से,
ग्यारस तो आने दो,
तेरे शृंगार का दर्शन करते नसीबो वाले,
आके तुम्हारे दर पे पीते है भक्ति के प्याले,
तुम्हे खीर चूरमे का भोग लगाए गे ईशा फल पाएंगे,
ग्यारस तो आने दो,....
मांगे जो बाबा से मिलकर देता वो भर भर झोली,
करता मुरादे वो पूरी आये यो आस लेके अधूरी,
जो मन में ईशा हो वो बात बता देना,
इस दर का क्या कहना,
ग्यारस तो आने दो,