सारे जगत में श्याम बाबा का शोर,
तालियाँ बजाओ लगाकर सब जोर॥
हारे का सहारा बाबा बिगड़े काम बनावे स,
हो जाते दुख दूर सभी जो बाबा के गुण गावे स,
कीर्तन में नाच उठे म्हारो मन मोर,
रे तालियाँ बजाओ लगाकर सब जोर……
खाटू वाले श्याम धणी की लीला सबते न्यारी स,
लखदातार कहावे बाबा नीले की सवारी स,
सावरा है चंदा भगत है चकोर,
रे तालियाँ बजाओ लगाकर सब जोर……
जब मस्ती में आ जाते हैं श्याम धणी के प्यारे,
धरती अंबर गूंज उठे बोले ऊंचे जयकारे,
श्याम जैसा देव कोई दिखे ना और,
रे तालियाँ बजाओ लगाकर सब जोर……
कलयुग का है देव निराला ऐसा कोई ना दूजा,
हरीश किस्मत खुल जाती जो करते हैं इनकी पूजा,
भूलन भजन करे साँझ और भोर,
रे तालियाँ बजाओ लगाकर सब जोर……